सोमवार व्रत कैसे करें – विधि, नियम, सामग्री, आरती, कथा व लाभ

दोस्तों आज हम बात करेंगे सोमवार व्रत कैसे करें | जैसा कि आप सभी को पता है सोमवार का व्रत रखने से भगवान शिव प्रसन्न हो जाते हैं और यह व्रत भगवान शिव को ही समर्पित है| सोमवार का व्रत मुख्य रूप से विवाह में विलंब मनोकामना की पूर्ति और मानसिक शांति के लिए रखा जाता है| लेकिन बहुत से भक्त जनों को यह ज्ञात नहीं है कि इस व्रत को रखने की प्रक्रिया क्या है| आज हम इसी के बारे में आप सभी को जानकारी देंगे कि इस व्रत को रखा कैसा जाएगा इसकी विधि क्या होगी इसमें नियम कौन से हमें पूर्ण करने होंगे और इस व्रत को रखने से लाभ क्या मिलेगा| इस पूरे पेज को पढ़ने के बाद आपको सोमवार के व्रत के बारे में सारी जानकारी मिल जाएगी आपको कहीं भी और जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी|

सोमवार व्रत कैसे करें

सोमवार व्रत कैसे करें
सोमवार व्रत कैसे करें

व्रत प्रारंभ करने से पहले की तैयारी:

भगवान शिव की मूर्ति या चित्र के सामने दीपक जलाएं।रुद्राक्ष की माला से 108 बार “ॐ नमः शिवाय” का जप करें।

  • आंखें बंद कर भगवान शिव का ध्यान करें|
  • भगवान शिव की मूर्ति या चित्र के सामने दीपक जलाएं।
  • रुद्राक्ष की माला से 108 बार “ॐ नमः शिवाय” का जप करें।

व्रत शुरू करने से पहले ईश्वर के समक्ष हाथ जोड़कर मन ही मन संकल्प लें कि आप यह व्रत क्यों और किस उद्देश्य से कर रहे हैं। व्रत से एक दिन पहले से ही सात्विक भोजन लें। मांस, शराब, लहसुन, प्याज आदि से दूर रहें। स्नान के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण करें।

सामान्य पूजा सामग्री सूची

अगर सोमवार का व्रत रखना चाहते हैं तो नीचे सामग्री दी गई है उसे सामग्री को ध्यानपूर्वक अपने पास रख ले और सुबह नहाने के बाद यह सामग्री एक थाली में सजा ले | इस सूची में आपको जल दूध बेलपत्र सफेद फूल चावल दीप रुद्राक्ष भस्म गंगाजल तथा अन्य चीज मिलेगी अगर आपके पास कुछ सामग्री नहीं भी हो तो कोई बात नहीं शिवजी आपको माफ कर देंगे |

सावन महीने में क्या नहीं करना चाहिए

क्रमसामग्री का नामउपयोग
1.तांबे या पीतल का कलशपूजा में पवित्र जल भरने के लिए
2.गंगाजलशुद्धिकरण हेतु
3.दीपक (मिट्टी या धातु का)पूजा में दीप प्रज्वलन के लिए
4.रुई की बातीदीपक में लगाने के लिए
5.घी / तेलदीपक जलाने के लिए
6.धूपबत्ती / अगरबत्तीवातावरण शुद्ध करने और सुगंध हेतु
7.कपूर (कर्पूर)आरती में उपयोग
8.रोली (कुमकुम)तिलक लगाने हेतु
9.चावल (अक्षत)पूजन में शुभता हेतु
10.मौली (कलावा)रक्षा सूत्र बांधने हेतु
11.फूल (ताजे)भगवान को अर्पित करने हेतु
12.तुलसी के पत्ते / बिल्व पत्रभगवान विष्णु/शिव की पूजा हेतु
13.फलभोग और नैवेद्य हेतु
14.नैवेद्य (मिठाई या फलाहार)भगवान को भोग लगाने के लिए
15.पान, सुपारी, लौंगपूजन में समर्पण हेतु
16.चंदन या चंदन पाउडरतिलक और पूजन में
17.जल पात्र + चम्मचआचमन और अर्घ्य के लिए
18.पूजा थालीसभी सामग्री सजाने हेतु
19.घंटी (घंटा)पूजा में ध्यान केंद्रित करने हेतु
20.पूजा आसन (चटाई/कुशासन)बैठकर पूजा करने हेतु
21.धार्मिक पुस्तकेंजैसे चालीसा, आरती संग्रह, मंत्र
22.नारियलकलश स्थापना और पूजा में
23.हल्दीमांगलिक कार्य हेतु
24.मिट्टी के बर्तन / कलश सजावटदेवी पूजन में उपयोगी

सोमवार व्रत पूजा विधि

सोमवार के व्रत में पूजा करने के लिए या फिर किसी मंदिर में जाएं या फिर अगर आप घर में ही भगवान शिव की पूजा करना चाहते हैं तो भगवान शिव की मूर्ति किसी साथ जगह पर या फिर अपने पूजा स्थल में स्थापित कर दें| पूजा स्थल पर किसी ऊनी कपड़े या फिर साफ चटाई पर बैठकर स्थान ग्रहण कर ले| भगवान शिव की शिवलिंग पर दूध जल बेलपत्र और अन्य चीज चढ़ाई| भगवान शिव को धूप अगरबत्ती और जल प्राप्त करवाई|

भगवान शिव की मूर्ति रुद्राभिषेक कैसे करें

सब सामग्री चढ़ाने के बाद भगवान शिव का मंत्र का जाप करें जैसा कि आप सभी को पता है भगवान शिव का प्रसिद्ध मंत्र “ॐ नमः शिवाय” उसी का ही आपको जब करना है|

ॐ नमः शिवाय – अर्थ व महत्त्व

  • – ब्रह्मांड की मूल ध्वनि, सृष्टि का मूल बीज
  • नमः – नमस्कार, समर्पण
  • शिवाय – भगवान शिव को

ॐ नमः शिवाय” का अर्थ है – ‘मैं भगवान शिव को नमस्कार करता हूँ’ या ‘मैं स्वयं को शिव को अर्पित करता हूँ’

ॐ नमः शिवाय” के लाभ
  • मानसिक शांति और स्थिरता प्रदान करता है।
  • नकारात्मक ऊर्जा दूर करता है।
  • पापों का नाश करता है और आत्मा को शुद्ध करता है।
  • आध्यात्मिक उन्नति की ओर ले जाता है।
  • ह्रदय में भक्ति, करुणा और प्रेम जगाता है।
  • शरीर में ऊर्जा और संतुलन बनाए रखता है।

सोमवार व्रत कथा

दोस्तों अगर आप सोमवार व्रत कथा के बारे में पूर्ण जानकारी लेना चाहते हैं तो आप दिए गए लिंक पर क्लिक कर सकते हैं| इस पेज पर हमने इस व्रत के बारे में पूर्ण जानकारी दी हुई है कि कैसे एक बूढ़े दंपति की जीवन में कैसे उनकी मनोकामना पूर्ण हुई तथा उनके सारे दुख खत्म हो गए|

सोमवार व्रत में क्या खाएं, क्या नहीं खाएं?

दोस्तों अगर आपने सोमवार का व्रत रखा है यह रखने के बारे में सोचा है तो हमेशा आपको सात्विक और फलाहारी आहार ही ग्रहण करना चाहिए जैसे – फल, दूध, साबूदाना, आलू, शकरकंद, सिंघाड़े का आटा, मखाना, और सेंधा नमक। अनाज, दालें, प्याज, लहसुन, मांसाहार, और सामान्य नमक वर्जित होते हैं। व्रत में पवित्रता, संयम और भगवान शिव के प्रति श्रद्धा जरूरी होती है। हल्का भोजन लें और अधिक जल पीएं।

सोमवार व्रत में क्या खाएं – पूरी लिस्ट और नियम यहां पढ़ें


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सोमवार व्रत आरती और मंत्र


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सोमवार व्रत के दिन भगवान शिव की पूजा में मंत्र जाप और आरती का विशेष महत्व होता है। इस दिन “ॐ नमः शिवाय” और महामृत्युंजय मंत्र का 108 बार जाप करने से शिव कृपा शीघ्र मिलती है। साथ ही “जय शिव ओंकारा” आरती से पूजा पूर्ण होती है। शिव चालीसा, रुद्राष्टक और शिवाष्टक का पाठ भी अत्यंत लाभकारी होता है।

भगवान शिव के बारे में अधिक जानने के लिए आप विकिपीडिया पर पढ़ सकते हैं

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