सावन के महीने में क्या नहीं करना चाहिए: जैसा कि हम सभी जानते हैं कि सावन माह की शुरुआत 11 जुलाई से प्रारंभ हो चुकी है! बड़ी संख्या में लोग मंदिरों में जाकर भगवान शिव पर जल चढ़ाते हैं भोलेनाथ की पूजा कैसे करें तथा उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
भगवान शिव का सबसे ज्यादा प्रिय सावन का महीना अत्यंत सर्वश्रेष्ठ माना गया है, क्योंकि इस समय सृष्टि का संचालन भगवान शिव जी करते हैं। वातावरण में हर तरफ हरियाली ही हरियाली का आवागमन होता है! पेड़-पौधे, जीव-जंतु इत्यादि इस सावन पर्व का आनंद लेते हैं।
भक्तजन बड़ी कतार में भगवान भोलेनाथ जी के तीर्थ स्थान की यात्रा करते हैं। विशेष रूप से भगवान शिव की पूजा के लिए सावन का महीना हमारे हिंदू धर्म में बहुत ही पवित्र और शुभ माना जाता है। इस महीने भगवान शिव की विशेष पूजा की जाती है, परंतु पूजा में बहुत से नियमों और परहेजों का पालन करने की सलाह दी जाती है।
सावन के महीने में क्या नहीं करना चाहिए — ये कुछ सावधानियां श्रद्धापूर्वक अपनानी चाहिए:

1. सुहागिन महिलाएं काले रंग के वस्त्र धारण न करें
कहा जाता है कि जो महिलाएं सुहागिन होती हैं, उन्हें सावन के महीने में काले रंग के वस्त्र का प्रयोग नहीं करना चाहिए। इस विशेष माह में भगवान शिव और माता पार्वती दोनों की पूजा की जाती है।
श्रावण मास में शिव को क्या चढ़ाएं और क्या नहीं
महिलाएं पूर्ण श्रृंगार कर भगवान शिव और देवी पार्वती की आराधना करती हैं और अपने पति की लंबी उम्र के लिए सोमवार का व्रत भी रखती हैं।
हरे रंग की चूड़ियां पहनना और सिंदूर लगाना शुभ माना गया है।
कुंवारी कन्याएं भी सोमवार का व्रत अच्छे पति की प्राप्ति और मनचाहा विवाह पाने के लिए करती हैं।
2. शुद्ध शाकाहारी भोजन का सेवन करें
सावन के महीने में सात्विक और शुद्ध शाकाहारी भोजन का सेवन करना चाहिए।
मांस-मछली, अंडा, लहसुन और प्याज का सेवन करना शास्त्रों में वर्जित माना गया है।
यह महीना भगवान भोलेनाथ को समर्पित होता है, इसलिए उनकी कृपा पाने के लिए आहार में पवित्रता का ध्यान रखें।
3. सोमवार का व्रत अधूरा ना रखें
सावन के महीने में सोमवार का व्रत बहुत ही महत्वपूर्ण होता है।
कुछ लोग सोलह सोमवार व्रत, और कुछ सिर्फ सावन के चार सोमवार का व्रत रखते हैं।
अगर आपने व्रत का संकल्प लिया है, तो उसे पूरी श्रद्धा और नियमों के अनुसार पूर्ण करें।
स्वास्थ्य अनुकूल हो तो व्रत को अधूरा न छोड़ें।
4. मंदिर में गंदगी ना फैलाएं
सावन के महीने में क्या नहीं करना चाहिए: जब भी आप अपने घर या आसपास के किसी शिव मंदिर में पूजा के लिए जाएं, तो यह ध्यान रखें कि वहाँ किसी प्रकार की गंदगी ना फैलाएं।
मंदिर की सफाई करें, मंदिर परिसर को स्वच्छ रखें और इस सेवा के माध्यम से भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त करें।
5. टूटे हुए बेलपत्र ना चढ़ाएं
बेलपत्र भगवान शिव की पूजा में अत्यंत महत्वपूर्ण माना गया है।
शास्त्रों के अनुसार शिवलिंग पर केवल पूर्ण बेलपत्र ही चढ़ाना फलदायी होता है।
टूटे या कटे हुए बेलपत्र चढ़ाना अशुभ माना गया है, अतः इससे बचें।
निष्कर्ष (Conclusion)
सावन का महीना भक्ति और तपस्या का विशेष समय होता है।
भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने के लिए इन नियमों और सावधानियों का पालन अवश्य करें।
इन छोटे-छोटे नियमों के पालन से न सिर्फ पूजा सफल होती है बल्कि जीवन में भी सकारात्मकता आती है।
FAQ: सावन में क्या न करें?
हाँ, यह मास सात्विक जीवनशैली के लिए है, इसलिए इनका सेवन वर्जित है।
हाँ, परंतु महिलाओं के लिए यह विशेष रूप से शुभ माना गया है।
अधिकांश लोग इस मास में बाल कटवाने से बचते हैं, यह भी एक परंपरा का हिस्सा है।