अगर आप सोच रहे हैं कि सावन में रुद्राभिषेक कैसे करें, तो यह लेख आपके लिए है। यहां हम बताएंगे कि घर पर शिवलिंग पर रुद्राभिषेक की विधि, सामग्री और सावधानियां क्या हैं। जैसा कि हम सभी जानते हैं, सावन का महीना भगवान भोलेनाथ का सबसे प्रिय मास माना गया है। मान्यता है कि इस पवित्र समय में जो भी भक्त सच्चे मन से भगवान शिव की आराधना करता है, उसकी मनोकामना अवश्य पूर्ण होती है।
सावन का महीना, महाशिवरात्रि, प्रदोष व्रत, और श्रावण सोमवार – ये सभी भगवान शिव को प्रसन्न करने के विशेष पर्व माने जाते हैं। इन्हीं में से एक सबसे प्रभावशाली पूजन विधि है – रुद्राभिषेक।
इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे:
- रुद्राभिषेक का महत्व
- रुद्राभिषेक करने के लाभ
- रुद्राभिषेक विधि व सामग्री
- घर में रुद्राभिषेक करते समय सावधानियाँ
- मंत्र जाप जो रुद्राभिषेक के दौरान किए जाते हैं
सावन में रुद्राभिषेक कैसे करें

“रुद्राभिषेक” का अर्थ है भगवान शिव के रूद्र रूप का अभिषेक करना। इस पूजा में शिवलिंग को विशेष सामग्री से स्नान कराया जाता है और मंत्रों द्वारा उन्हें प्रसन्न किया जाता है।
रुद्राभिषेक का महत्व (Importance of Rudrabhishek in Sawan)
- रुद्राभिषेक किसी भी दिन किया जा सकता है, लेकिन सोमवार, श्रावण मास के सोमवार, महाशिवरात्रि और प्रदोष व्रत के दिन इसे करना बेहद शुभ और फलदायक माना जाता है।
- यह पूजा मानसिक, पारिवारिक, और आध्यात्मिक शांति प्रदान करती है।
यदि आप अन्य सावन के उपाय और शिव मंत्र के बारे में भी जानना चाहते हैं, तो इन लेखों को देखें:
सावन सोमवार व्रत विधि
रुद्राभिषेक करने के लाभ (Benefits of Rudrabhishek)
1. मानसिक शांति और तनाव से मुक्ति
जो व्यक्ति तनावपूर्ण जीवन से गुजर रहा है, उन्हें रुद्राभिषेक से मानसिक शांति मिलती है।
2. जीवन की बाधाओं का समाधान
रोज़मर्रा की रुकावटें, संघर्ष और परेशानियाँ शिव अभिषेक से धीरे-धीरे समाप्त होती हैं।
3. रोगों से मुक्ति
शारीरिक और मानसिक रोगों से पीड़ित व्यक्ति के लिए यह पूजा अत्यंत उपयोगी मानी जाती है।
4. कालसर्प दोष से मुक्ति
जिनकी कुंडली में कालसर्प दोष है, उनके लिए रुद्राभिषेक बहुत लाभदायक है।
5. दांपत्य जीवन में सुख-शांति
यदि दांपत्य जीवन में समस्याएं चल रही हों, तो रुद्राभिषेक से पारिवारिक शांति लौट सकती है।
रुद्राभिषेक में उपयोग होने वाली सामग्री (Rudrabhishek Samagri List)
घर में रुद्राभिषेक करते समय आप निम्नलिखित सामग्री का उपयोग करें:
- शुद्ध गंगाजल
- गाय का घी, दूध, दही
- भस्म (राख)
- पंचामृत
- मख्खन या शुद्ध मक्खन
- बेलपत्र, भांग, धतूरा
- सफेद पुष्प, फल, चावल, फूल, आदि
👉 आप अपनी श्रद्धा और उपलब्धता के अनुसार सामग्री में परिवर्तन कर सकते हैं।
रुद्राभिषेक में बरती जाने वाली सावधानियाँ
- बेलपत्र बिल्कुल साफ और बिना कटे-फटे होने चाहिए।
- पूर्व दिशा की ओर मुख करके पूजा करें।
- सफेद पुष्पों का अधिकतम प्रयोग करें।
- यदि संभव हो तो सावन में प्रतिदिन पास के मंदिर जाकर एक लोटा जल अवश्य चढ़ाएं।
रुद्राभिषेक में बोले जाने वाले मंत्र (Shiv Rudrabhishek Mantra List)
1. ॐ नमः शिवाय – पंचाक्षर मंत्र
शिव का मूल मंत्र, प्रतिदिन 108 बार जप करना उत्तम।
2. महामृत्युंजय मंत्र
“ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥”
इस मंत्र से अकाल मृत्यु और नकारात्मक ऊर्जा से रक्षा होती है।
3. शिव गायत्री मंत्र
“ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि
तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्॥”
यह मंत्र शिव के रूद्र रूप की आराधना हेतु अत्यंत प्रभावी है।
रुद्राभिषेक एक अत्यंत प्रभावशाली पूजा विधि है, विशेष रूप से सावन माह में। इसे घर पर भी सरलता से किया जा सकता है। भगवान शिव की कृपा पाने के लिए आपको सिर्फ भक्ति, श्रद्धा और नियम की आवश्यकता है।
FAQ
श्रावण मास के प्रत्येक सोमवार, महाशिवरात्रि और प्रदोष व्रत के दिन रुद्राभिषेक करना अत्यंत शुभ माना गया है। इन दिनों भगवान शिव की कृपा शीघ्र प्राप्त होती है।
जी हां, रुद्राभिषेक घर पर भी आसानी से किया जा सकता है।
गंगाजल, गाय का दूध, दही, घी, शहद, भस्म, बेलपत्र, सफेद पुष्प, पंचामृत, चावल, फल, भांग, धतूरा आदि का प्रयोग रुद्राभिषेक में किया जाता है।
1 thought on “सावन में घर पर रुद्राभिषेक कैसे करें – विधि, सामग्री, लाभ”